सफेद सोने की चमक जारी :कॉटन रेट फिलहाल कपास की कीमतों में तेजी आई है।

बाजार में आज कपास की कीमत 100 रुपये की तेजी के साथ 200 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है। फिलहाल कपास की कीमतों में तेजी आई है। लेकिन अभी भी बाजार में आमद उम्मीद के मुताबिक नहीं बढ़ी है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कपास के भाव में आज गिरावट आई। देश में कपास का बाजार भाव भी गिरकर 160 रुपये प्रति गांठ पर आ गया। हालांकि, बाजार समितियों ने आज कपास की कीमतों में तेजी देखी। जबकि कुछ स्थानों पर गांवों में हुई खरीद में आज कपास की अधिकतम दर 9 हजार 900 रुपये के स्तर पर पहुंच गई।

घरेलू बाजार में आज कपास की कीमत 100 रुपये की तेजी के साथ 200 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है। फिलहाल कपास की कीमतों में तेजी आई है। लेकिन अभी भी बाजार में आमद उम्मीद के मुताबिक नहीं बढ़ी है। इसलिए कपास के दाम बढ़ रहे हैं। देश की अधिकांश बाजार समितियों में कपास का अधिकतम भाव अब 9,000 के पार पहुंच गया है।

आज महाराष्ट्र में कुछ जगहों पर एक गांव को खरीदने की अधिकतम कीमत 9 हजार 900 रुपए तक पहुंच गई। औसत दर 8 हजार 500 से 8 हजार 900 रुपये के बीच है। लेकिन किसान इस कीमत पर कपास बेचने के इच्छुक नहीं हैं
हालांकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कपास की कीमतों में नरमी आई थी। जनवरी 2023 कपास वायदा में 2.5 प्रतिशत की गिरावट आई। आज कपास का वायदा भाव पहले 88.33 सेंट प्रति पाउंड था। बाद में इसमें कमी आई। आज का बाजार 86.10 सेंट पर बंद हुआ। नए सीजन में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कपास की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कपास की कीमत 1 मार्च, 2020 को पिछले पांच सालों में सबसे निचले स्तर 51 सेंट पर आ गई थी। उसके बाद दर में उतार-चढ़ाव हुआ, 1 अप्रैल, 2022 को 145 सेंट के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया। बाद में कपास की कीमत में गिरावट जारी रही।

दर की स्थिति

देश के बाजार में नवंबर में कपास की कीमतों में सुधार जारी रहा। देश की मंडी समितियों में इस समय कपास का भाव 8,500 से 9,900 रुपये प्रति क्विंटल मिल रहा है। इस बीच बाजारों में कपास की कीमतों में 160 रुपये प्रति गांठ की कमी आई। आज गांठों का कारोबार 33 हजार 220 रुपये पर हुआ। कपास की एक गांठ में 170 किलो कपास होता है। कपास वायदा में नरमी लेकिन बाजार समितियों के बीच कीमतों में तेजी थी।

औसत दर क्या है?

देश के बाजार में औसत रेट अभी भी 9 हजार से कम है। बाजार में अच्छी गुणवत्ता वाली वस्तुओं के लिए अधिकतम मूल्य प्राप्त किया जाता है। जबकि मध्यम गुणवत्ता का कपास औसत भाव पर बिकता है। कपास बाजार को देखते हुए किसानों को कम से कम औसतन नौ हजार रुपये का भाव मिल सकता है। इसलिए बाजार की समीक्षा कर चरणबद्ध तरीके से कपास बेचना फायदेमंद रहेगा। ऐसी अपील विशेषज्ञों ने की है।