Honey Production : ‘हनी विलेज’ किसानों के लिये लेकरं आ रहा है लाखो कमाने का मौका ?

Honey Production …शहद उत्पादन मे किसानों के लिये बडी खबर !

कोल्हापुर : सहयाद्री की तलहटी में पटगांव क्षेत्र से शहद को विश्व स्तर पर ले जाने के लिए पटगांव (अब भूदरगढ़) को ‘हनी विलेज’ के रूप में विकसित किया जा रहा है.

जिले के पश्चिम में प्राकृतिक संसाधन होने के कारण पटगांव क्षेत्र में शहद की गुणवत्ता उत्तम है. प्रशासन ने इस गांव को शहद गांव के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया ताकि इस क्षेत्र के मधुमक्खी पालक सीधे शहद बेच सकें.

शहद संग्रहण एवं विक्रय के लिए पटगांव एवं अन्य बस्तियों से मधुमक्खी पालकों का गठन किया जा रहा है. प्रमाणित किसानों की यह कंपनी स्थानीय शहद की मिठास को पूरी दुनिया में फैलाने जा रही है.

महाराष्ट्र राज्य खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड एवं जिला योजना समिति के संयुक्त सहयोग से पटगांव में विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं.

इस परियोजना का उद्देश्य मधुमक्खी पालकों को प्रशिक्षित करना, उन्हें जैविक शहद के बारे में प्रमाणपत्र देना, शहद बेचने के लिए एक मंच तैयार करना है. पटगांव क्षेत्र के शिवदाव, अंतुरली, माठगांव, भारमलवाड़ी, देले, चंदमवाड़ी मनि, तली भटवाड़ी में पटगांव के किसान जुट रहे हैं.

वर्तमान में करीब 200 मधुमक्खी पालक पटगांव क्षेत्र में शहद एकत्र कर रहे हैं. जैविक शहद का उत्पादन करने वाले 42 मधुमक्खी पालक हैं. इस क्षेत्र में लगभग 2000 पेटी शहद एकत्र किया जाता है. क्षेत्र में हर साल आठ से दस टन शहद का उत्पादन होता है.

यद्यपि यह शहद उत्कृष्ट है, लेकिन किसानों को अपेक्षित मूल्य नहीं मिल रहा है क्योंकि यह अलग-अलग बेचा जाता है. इससे शहद को कड़ी मेहनत के बावजूद घाटे में बेचना पड़ रहा है.

पिछले कुछ दिनों से पटगांव के शहद की ब्रांडिंग करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि इस क्षेत्र के किसानों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग पहचान मिल सके.परियोजना को हाल ही में सरकार से मंजूरी मिली है.

उसके बाद इस गांव को शहद उत्पादक गांव के रूप में प्रसिद्ध करने के प्रयास किए जा रहे हैं. इसके लिए प्रयास चल रहे हैं. किसानों के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जा रहे हैं.

पंजीकृत ग्राम मधुमक्खी पालक से सामूहिक शहद का संग्रह आने वाले पर्यटकों को शहद के बारे में अद्यतन जानकारी प्रदान करना. पर्यटकों को शहद की शुद्धता और गुणवत्ता दिखाने के लिए लाइव डेमो, साझा सुविधा केंद्र की स्थापना, प्रयोगशाला प्रसंस्करण की ब्रांडिंग और खान निरीक्षण के लिए पैकेजिंग सुविधाएं और स्थानीय बिक्री केंद्र की स्थापना, गांव को वैश्विक बनाने के लिए आकर्षक सड़कें और साइनबोर्ड बिछाना बिक्री के लिए शहद और शहद के उपयोग और उत्पाद, सामग्री, किताबें, सीडी उपलब्ध कराना. गांव के हर घर पर शहद की जानकारी का स्केच बनाना, सेल्फी प्वाइंट बनाकर शहद के प्रति जागरूकता बढ़ा रहे हैं.

भुदरगढ़ तालुका उत्कृष्ट गुणवत्ता के शहद का उत्पादन करता है. उत्पादन करने वाले मेहनती उत्पादकों के लिए एक मंच बनाने के लिए माधा गांव की अवधारणा शुरू की है.

वित्तीय सहायता के लिए सरकार के विभिन्न विभागों को एक साथ लाने का प्रयास किया जा रहा है. महात्मा गांधी राष्ट्रीय साथी संदेश जोशी के सहयोग से गांव में माढ़ा को लेकर नवीन योजनाओं को लागू करने का प्रयास किया जा रहा है.