अब २२ क्षेत्रीय भाषाओं में देखा जा सकता है ७/१२

अब २२ क्षेत्रीय भाषाओं में देखा जा सकता है ७/१२ जाणते है पुरा मामला !

कोरेगांव भीमा – राज्य के राजस्व विभाग द्वारा कम्प्यूटरीकृत और वर्तमान में ऑनलाइन उपलब्ध सत्रहवीं प्रतिलेख साथ ही इनकम बुलेटिन को हिंदी, अंग्रेजी समेत 22 क्षेत्रीय भाषाओं में देखने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. यह सुविधा गैर-मराठी भाषियों के लिए उपयोगी होगी हालाँकि, यह सात-बारहवाँ अर्क, आय विवरण एक कागजी सरकारी कार्यालय या अदालत में स्वीकार नहीं किया जाएगा. इसके लिए मराठी भाषा में डिजिटल हस्ताक्षर वाले सतबारा और दुमकट पत्रिका को ही स्वीकार किया जाएगा.

सतबारा इन भाषाओं में उपलब्ध मराठी के अलावा, सतबारा उपशीर्षक हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, ओडिसी, तमिल, तेलुगु, मलयालम, बंगाली, गुजराती, पंजाबी, कन्नड़, असमिया, उर्दू, मणिपुरी, नेपाली, कोकनी, डोगरी, बोडो, संथाली, सिंधी, कश्मीरी (देवनागरी) और कश्मीरी (फारसी अरबी) सहित 22 क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध है. इसलिए, कई गैर-मराठी भाषी नागरिक इससे लाभान्वित होंगे. ये अन्य भाषा अंश केवल गैर-मराठी भाषियों की जानकारी के लिए प्रदान किए गए हैं.

गैर-मराठी सतबारा देखने के लिए : गैर-मराठी भाषा में सतबारा और दुमकट पत्रिका को वर्तमान में केवल अहस्ताक्षरित प्रारूप में मुफ्त देखने के लिए संबंधित वेबसाइट पर उपलब्ध कराया गया है. यह सातवीं बारह प्रतिलेख या आय पत्रिका किसी भी सरकारी कार्यालय या अदालत में स्वीकार नहीं की जाएगी क्योंकि यह डिजिटल हस्ताक्षर में नहीं है. न ही इसे स्वीकार किया जाएगा. लेकिन फिर भी गैर-मराठी भाषी नागरिकों के लिए इस भूमि अधिकार रिकॉर्ड को समझना बहुत काम आएगा.

आय पत्र डाउनलोड करने में कोल्हापुर जिला अग्रणी
डिजिटल रूप से हस्ताक्षरित आय पत्र डाउनलोड करने में कोल्हापुर जिला अग्रणी है. कोल्हापुर जिले के 2 लाख 80 हजार आय ट्रैक्ट नागरिकों द्वारा डाउनलोड किए जा चुके हैं. मुंबई उपनगर जिला दूसरे और नागपुर जिला तीसरे स्थान पर है. पिछले दो वर्षों में, राज्य भर में 20 लाख 58 हजार नागरिकों ने डिजिटल रूप से हस्ताक्षरित आयकर रिटर्न डाउनलोड किया है. इससे 18 करोड़ 85 लाख रुपए की कमाई हुई है.

कहाँ उपलब्ध है?

महाभूमि पोर्टल पर भूलेख लिंक पर 22 क्षेत्रीय भाषाओं और शहरी क्षेत्र के आय क्षेत्रों में सत्रह लिपियों को देखा जा सकता है. इसकी सुविधा राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र द्वारा विकसित की गई है। इसके लिए पुणे से “CIDAC” द्वारा विकसित एक टूल का उपयोग किया गया है. यह सुविधा वेबसाइट bhulekh.mahabhumi.gov.in पर दी गई है. केंद्र सरकार ने इस संबंध में सभी राज्यों को निर्देश दिए थे.

अंश डाउनलोड करने में जिला अग्रणी !

विगत तीन वर्षों में प्रदेशभर में 3 करोड़ 26 लाख डिजिटल सतबारा अर्क डाउनलोड किया गया. इसने 49 करोड़ रुपए की कमाई की है. पुणे जिले के नागरिकों ने डिजिटल सतबारा डाउनलोड करने का बीड़ा उठाया है.