Orchards Plantation : राज्य में पैंतीस हजार हेक्टेर में ‘रोह्यो’ से बाग रोपण !
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (रोहयो) (Mahatma Gandhi National Rural Employment Guarantee Scheme) के तहत प्रदेश में अब तक 34 हजार 880 हेक्टेर में बाग (Orchards Plantation) लगाये जा चुके हैं.
इस वर्ष (2022-23) कृषि विभाग ने 9,169 कृषि सहायकों के माध्यम से राज्य में 60,000 हेक्टेर फलों के बाग लगाने का लक्ष्य रखा है.
हालांकि प्राप्त आवेदन को देखते हुए 65 हजार हेक्टेर रकबे के लिए प्रशासनिक स्वीकृति दे दी गई है. अभी तक पांच जिलों ने कृषि विभाग (Department of Agriculture) द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप औसत से अधिक पौधरोपण किया है.
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत पांच एकड़ के बाग में किसानों को सब्सिडी और रोजगार उपलब्ध कराने के लिए फलों के बाग लगाए जाते हैं.
प्रदेश में दो साल पहले 38 हजार और पिछले साल 40 हजार हेक्टेर में बोवनी हुई थी, इसलिए इस साल 60 हजार हेक्टेर में बुवाई का लक्ष्य रखा गया है. प्रदेश में 9 हजार 169 कृषि सहायक हैं.
कृषि विभाग यह विश्वास व्यक्त कर रहा है कि, मार्च के अंत तक कृषि विभाग द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप बाग लगाये जायेंगे क्योंकि प्रत्येक कृषि सहायक को एक लक्ष्य दिया गया है.
इस वर्ष बाग की खेती के संशोधित मापदण्डों के अनुसार बजट तैयार किया गया और कहा गया कि पुराने मापदण्डों के अनुसार ही फिर से लाभ दिया जायेगा.
लेकिन इस प्रक्रिया में बरसात के करीब तीन महीने लग गए. हालांकि इस वजह से बोवनी में देरी हुई. हालांकि अब खेती ने रफ्तार पकड़ ली है.
कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बाग की खेती के लिए राज्य के 94 हजार 108 किसानों ने कृषि विभाग में आवेदन किया है.
65 हजार 501 हेक्टेर में तकनीकी स्वीकृति, 63 हजार 232 हेक्टेर में तकनीकी स्वीकृति, 36 हजार 92 हेक्टेयर में गड्ढे खोदे जा चुके हैं और अब तक 34 हजार 880 हेक्टेयर में बाग की खेती पूरी हो चुकी है.
ठाणे, वाशिम, वर्धा, गोंदिया, चंद्रपुर जिलों में लक्ष्य से अधिक बाग लगे हैं। ठाणे संभाग में साठ प्रतिशत, नासिक संभाग में पचास प्रतिशत, पुणे संभाग में 44 प्रतिशत, कोल्हापुर संभाग में 24 प्रतिशत, औरंगाबाद संभाग में 50 प्रतिशत, लातूर संभाग में 43 प्रतिशत, अमरावती संभाग में 74 प्रतिशत और नागपुर संभाग में 123 प्रतिशत बाग लगाये गये हैं.
किसान इस वर्ष भी बाग की खेती के लिए अच्छी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. मार्च तक लक्ष्य से ज्यादा बाग लगाने की हमारी योजना है.
मार्च 2023 से हेक्टेयर में वृक्षारोपण (कोष्ठक में प्रतिशत)
- ठाणे : 1080 (100)
- पालघर : 2102 (78)
- रायगढ़ : 1998 (78)
- रत्नागिरी : 1799 (37)
- सिंधुदुर्ग : 1650 (50)
- पुणे : 1951 (78)
- सोलापुर : 996 (28)
- सतारा : 191 (11)
- सांगली : 679 (42)
- कोल्हापुर : 69 (12),
- नासिक : 1881 (41)
- धुले : 693 (55)
- नंदुरबार : 1569 (71)
- जलगांव : 1056 (42)
- औरंगाबाद : 348 (29),
- जालना : 1311 (72)
- बीड : 204 (27)
- लातूर : 896 (72)
- उस्मानाबाद : 335 (30)
- नांदेड़ : 180 (11)
- परभणी : 907 (74)
- हिंगोली : 181 (26)
- बुलढाणा : 1057 (69)
- अकोला : 741 (59)
- वाशिम : 814 (107)
- अमरावती : 1042 (53)
- यवतमाल : 1700 (99)
- वर्धा : 1700 (184)
- नागपुर : 1125 (92)
- भंडारा : 555 (89)
- गोंदिया : 1103 (214)
- चंद्रपुर : 1089 (106)
- गढ़चिरौली : 618 (88)