Mango variety named after master blaster Sachin Tendulkar – आम की किस्म को मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का नाम !
कलीमुल्लाह खान नामक मँगो मॅन द्यारा विकसित तिनसो से अधिक आम कि किस्मो को कई मशहूर व्यक्तीयो के नाम !
Mango Cultivation – उत्तर प्रदेश में लखनऊ के पास बमुश्किल 20 हजार की आबादी वाला गांव मलिहाबाद आम की खेती (Mango Farming) के लिए मशहूर है. इस गांव में हजारों आम के पेड़ हैं. भारत सरकार का सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ सबट्रॉपिकल हॉर्टिकल्चर (Central Institute Of Subtropical Horticulture) भी इस गांव के पास स्थित है.
इस संस्था के मोहल्ले में एक प्रायोगिक किसान के अभिनव प्रयोग की जानकारी संगठन को नहीं थी. 82 साल के इस किसान का नाम कलीमुल्लाह खान है. (Kalimullah Khan)
कलीमुल्लाह खान ने आम के एक पेड़ को अलग-अलग स्वाद, आकार और सुगंध के 300 किस्मों के फलों में ग्राफ्ट करके इस कीमिया का प्रदर्शन किया है. कलीमुल्ला ने ग्राफ्टिंग के जरिए आम की कई किस्में विकसित की हैं. आम की एक किस्म का नाम क्रिकेट जगत के स्टार मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के नाम पर रखा गया है.
आम की किस्म के लिए सचिन तेंदुलकर का नाम !
सचिन के नाम से विकसित इस आम का आकार बड़ा और कोकून छोटा होता है. आम में कोई का आकार छोटा होने के कारण इसमें चीनी की मात्रा अधिक होती है. यह आम दशहरी और चौसा की किस्मों की तुलना में स्वाद में कम मीठा होता है. हालांकि, इस किस्म से बड़ी मात्रा में आम का उत्पादन होता है.
कलीमुल्ला खान ने 1987 से अब तक 2023 तक आम की 300 से अधिक किस्में विकसित की हैं. उनका दावा है कि उनके द्वारा विकसित आम की कोई भी किस्म एक जैसी नहीं है, जिस तरह हाथ की पांचों अंगुलियां एक जैसी नहीं होती हैं.
2013 में सचिन के क्रिकेट के सभी रूपों से संन्यास लेने के बाद, खान ने आम की एक नई किस्म विकसित की और उसका नाम सचिन के नाम पर रखा. सचिन के नाम से विकसित आम की चर्चा जोरों पर है.
कई महान लोगों के नाम पर आम की किस्में विकसित हुईं !
कलीमुल्लाह खान ने अपने द्वारा विकसित आम की कलमों का नाम देश के राजनीतिक, सामाजिक, खेल, कला, विज्ञान के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले लोगों के नाम पर रखा.
इसमें 2014 के नमो कलाम, सचिन कलाम, ऐश्वर्य राय, अनारकली, अखिलेश यादव, अमित शाह, योगी आदित्यनाथ, अब्दुल कलाम, सोनिया गांधी कलाम के नाम इन धाराओं को दिए गए हैं.
2008 में पद्म श्री से सम्मानित !
१९४० मे जन्मे कलीमुल्लाह खान मँगो मॅन के नाम से मशहूर है. अपने पिता की उपस्थिति में उन्होंने आम की कलम लगाने की कला सीखी.
खान द्वारा आम की 300 से अधिक किस्में विकसित की गई हैं. इसके लिए उन्हें वर्ष 2008 में प्रतिष्ठित पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.