Sugar Production – राज्य में चीनी उत्पादन में गिरावट ने देश को झकझोर कर रख दिया है ?

Sugar Production : राज्य में चीनी उत्पादन में गिरावट ने देश को झकझोर कर रख दिया है ?

किसानों के लिये चिंताजनक खबर ?

देश में चीनी का उत्पादन 15 अप्रैल के अंत में पिछले साल की तुलना में 1.7 लाख टन कम हुआ है. महाराष्ट्र में चीनी उत्पादन (Sugar Production) में गिरावट का देश के उत्पादन पर भी बड़ा असर पड़ा है.

देश की 532 चीनी मिलों में से 400 बंद हो चुकी हैं. वर्तमान में केवल 132 चीनी मिलें (Sugar Mill) चल रही हैं. पिछले साल इसी अवधि में 305 चीनी कारखाने खोले गए थे. इसने महाराष्ट्र में 153 कारखाने शुरू किए. इस साल, हालांकि, महाराष्ट्र में सभी चीनी मिलें बंद कर दी गई हैं.

इस दौरान देश में 311 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ. पिछले साल इसी अवधि में 328 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था. पिछले साल की तुलना में उत्तर प्रदेश को छोड़कर स्थिति ऐसी ही है.

पिछले साल उत्तर प्रदेश में चीनी का उत्पादन 2 लाख टन बढ़ा था. इस दौरान 94 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ. इस साल उस स्थान पर 96 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है.

हालांकि, इस साल महाराष्ट्र में बड़ी कमी आई है. 15 अप्रैल के अंत तक महाराष्ट्र में 10.5 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ. पिछले साल इसी अवधि में यही उत्पादन 12.6 लाख टन तक था. पिछले साल की तुलना में चीनी का उत्पादन करीब 20 लाख टन कम हुआ है. लगभग इतना ही अंतर देश के चीनी उत्पादन पर हुआ है.

कर्नाटक में चीनी का उत्पादन पिछले साल की तुलना में 3 लाख टन कम हुआ है. कर्नाटक में पिछले साल इसी अवधि में 58 लाख चीनी का उत्पादन हुआ था.

पिछले साल देश में उत्पादन में अग्रणी महाराष्ट्र ने इस साल पहली बार अपना पूरा सीजन पूरा किया है. कर्नाटक में केवल 2 कारखाने चालू हैं. चूंकि 77 चीनी मिलें अभी भी उत्तर प्रदेश में चल रही हैं, इसलिए संभावना है कि चीनी का मौसम कम से कम एक और महीने तक जारी रहेगा.

महाराष्ट्र का चीनी उत्पादन 15 अप्रैल को बंद हो जाने के कारण अब उत्तर प्रदेश से चीनी उत्पादन कुछ हद तक देश के चीनी उत्पादन में वृद्धि करेगा, अन्यथा अन्य क्षेत्रों से उत्पादन बहुत कम होगा, चीनी उद्योग ने कहा.

ज्यादातर राज्यों में सीजन अपने अंतिम चरण में है !

उत्तर प्रदेश के अलावा महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, बिहार, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड और ओडिशा ने 54 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है.

अधिकांश राज्यों में पतझड़ का मौसम अपने अंतिम चरण में है. सूत्रों ने कहा कि ऐसी संभावना है कि अगले पंद्रह दिनों में देश में चीनी मिलें बंद हो सकती हैं.

उत्तर प्रदेश उत्पादन में अग्रणी होने की संभावना है !

चूंकि महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन 10.5 लाख टन पर बंद हो गया है, इसलिए इस साल उत्तर प्रदेश के पास चीनी उत्पादन में अग्रणी स्थान लेने का मौका है. उत्तर प्रदेश अभी भी महाराष्ट्र से 9 लाख टन पीछे है.

चूंकि उत्तर प्रदेश में अधिक चीनी कारखाने हैं, इसलिए संभव है कि उत्तर प्रदेश में चीनी उत्पादन महाराष्ट्र के चीनी उत्पादन के बराबर हो सकता है.