Go Green Yojana : किसानों के लिये गो ग्रीन योजना उपभोक्ताओं ने सालाना 10000 रुपये की बचत ?

Go Green Yojana : किसानों के लिये गो ग्रीन योजना उपभोक्ताओं ने सालाना 10000 रुपये की बचत ?

MAHAVITARAN : ‘महावितरण’ की ‘गो ग्रीन’ योजना के तहत पुणे सर्कल ने राज्य में अग्रणी भूमिका निभाई है.

महावितरण की ‘गो ग्रीन’ योजना के तहत राज्य में पुणे परिमंडल ने अग्रणी भूमिका निभाई है. इस योजना में भाग लेकर 1 लाख बिजली उपभोक्ताओं ने सालाना 10000 नही बलकि 1000 की बचत की है.

पुणे सर्कल में पर्यावरण के अनुकूल बिजली उपभोक्ता, जिन्होंने बिजली के बिलों के लिए मुद्रित कागज का उपयोग बंद कर दिया है और केवल ‘ई-मेल’ और ‘एसएमएस’ का विकल्प चुना है, एक लाख के आंकड़े तक पहुंच गए हैं.

इस योजना से गत फरवरी से अब तक 7 हजार 194 बिजली उपभोक्ताओं को जोड़ा जा चुका है. गो-ग्रीन योजना में प्रदेश के 3 लाख 87 हजार 757 विद्युत उपभोक्ताओं ने भाग लिया है. इसमें सबसे ज्यादा पुणे सर्किल के 1 लाख 7 बिजली उपभोक्ता हिस्सा ले रहे हैं.

वहीं, इस योजना के तहत कागजी बिजली बिल की जगह केवल ‘ई-मेल’ और ‘एसएमएस’ का विकल्प चुनने पर प्रति बिल 10 रुपये की छूट दी जाती है. इसलिए, उपभोक्ता प्रति वर्ष बिजली बिलों में 120 रुपये बचाते हैं.

बिजली बिल बनते ही कम्प्यूटरीकृत प्रणाली के माध्यम से ‘गो ग्रीन’ के उपभोक्ताओं को ई-मेल द्वारा भेजा जा रहा है. साथ ही एसएमएस के जरिए बिजली बिल की जानकारी भी दी जा रही है.

पिंपरी में, सांगवी उप-विभाग प्रमुख है पिंपरी चिंचवाड़ शहर में 29 हजार 205 बिजली उपभोक्ताओं ने ‘गो ग्रीन’ में भाग लिया है. इसमें सांगवी अनुमंडल में सर्वाधिक उपभोक्ताओं की संख्या 9 हजार 42, चिंचवाड़ में 5 हजार 661 एवं आकुर्डी में 5 हजार 525 है.

पुणे ग्रामीण मंडला के अंबेगांव, जुन्नार, खेड़, मावल, मुलशी, वेल्हे और हवेली तालुकों में 17 हजार 529 उपभोक्ताओं ने ‘गो ग्रीन’ में भाग लिया है. इसमें हडपसर ग्रामीण अनुमंडल में 4 हजार 712 बिजली उपभोक्ता हैं.

Go Green Yojana : किसानों के लिये गो ग्रीन योजना उपभोक्ताओं ने सालाना 10000 रुपये की बचत ?
Go Green Yojana : किसानों के लिये गो ग्रीन योजना उपभोक्ताओं ने सालाना 10000 रुपये की बचत ?