(PM Kisan)पीएम किसान के लिए सही तरीके से आवेदन करें – किसान अपने मोबाईल से भी कर सकते आवेदन !

प्रधानमंत्री शेतकरी सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को तीन चरणों में हर साल छह हजार रुपये का लाभ मिलता है. तहसील कार्यालय से इसके लिए आवेदन करना बहुत सुविधाजनक है और योजना का लाभ जिला स्तर पर रेजिडेंट डिप्टी कलेक्टर और राज्य में कृषि आयुक्त से अनुमोदन प्राप्त करने के तुरंत बाद शुरू होता है.

राज्य में एक करोड़ से अधिक किसानों को ‘पीएम किसान सम्मान’ योजना के तहत तीन चरणों में 6,000 रुपये मिलते हैं. योजना का लाभ उठाने के लिए जमीन 1 फरवरी 2019 से पहले के नाम पर होनी चाहिए. उसके बाद जिन लोगों ने भूमि अधिग्रहित की है. उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिलता है.

(PM Kisan)पीएम किसान के लिए सही तरीके से आवेदन करें - किसान अपने मोबाईल से भी कर सकते आवेदन !
इस बीच, कई लोगों को सम्मान निधि योजना की जानकारी नहीं थी. कई ने देर से आवेदन किया तो कुछ अब भी आवेदन कर रहे हैं. कई किसानों ने अपने सरकार सेवा केंद्र (सीएससी) या अपने मोबाइल फोन के माध्यम से आवेदन किया है. लेकिन, वहां आवेदन करने के बाद लाभ के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है.

स्वयं के मोबाइल पर या ‘सीएससी’ केंद्र के माध्यम से आवेदन करने के बाद संबंधित किसान के आवेदन को तलाथियों द्वारा सत्यापित किया जाता है. और फिर आवेदन को वरिष्ठ कार्यालय भेजा जाता है. तथापि, यदि आवेदन तहसील कार्यालय से किया जाता है तो आवेदन कुछ दिनों के भीतर तहसीलदार के माध्यम से जिला स्तर पर भेज दिया जाता है. इसलिए किसानों को तहसील कार्यालय के माध्यम से ही आवेदन करना सुविधाजनक हो रहा है.

ऐसे उठा सकते हैं योजना का लाभ 1 फरवरी, 2019 से पहले जिन किसानों के पास जमीन का टाइटल है, वे अपना सात-बारह, आठ-आठ और राशन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक पासबुक सरकारी सेवा केंद्र पर लेकर आएं या तहसील कार्यालय योजना का कार्य देखना. वहीं, वे किसान ‘पीएम किसान’ एप पर पंजीकृत हैं. तहसील, जिला एवं राज्य स्तर पर एक बार आवेदन स्वीकृत होने के बाद उसी दिन से संबंधित किसान को योजना का लाभ मिलना शुरू हो जाता है.

ढाई लाख किसान लाभ के इंतजार में योजना के समन्वयक संजय हिवाले ने बताया कि प्रदेश में दो लाख 39 हजार से अधिक किसानों को सम्मान योजना में आवेदन करने के बाद भी अब तक लाभ नहीं मिला है. इस बीच यह बात सामने आई है कि सावलख आवेदन तालुका स्तर पर ही तहसीलदार की स्वीकृति का इंतजार कर रहा है. इतने ही आवेदन जिला और राज्य स्तर पर भी लंबित हैं. अधिकारियों के पास समय नहीं होने के कारण एक साल से कई किसान योजना के लाभ से वंचित हैं.

बैंक खाता आधार सत्यापन आवश्यक: सम्मान निधि योजना के तहत किस्त का लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थी के बैंक खाते को आधार संख्या से जोड़ा जाना आवश्यक है. प्रदेश में इस समय 14 लाख 32 हजार हितग्राहियों ने अपने बैंक खाते को आधार संख्या से नहीं जोड़ा है. लिहाजा उन्हें 13 वीं किस्त की राशि नहीं मिलेगी. उन किसानों की सूची गांववार उपलब्ध करा दी गई है.

लाभार्थी के बैंक खाते को आधार संख्या से जोड़ने की सुविधा ग्राम डाकघर में एक फरवरी से 12 फरवरी तक उपलब्ध होगी. आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, इन दस्तावेजों के आधार पर डाक कर्मचारियों के माध्यम से इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) में खाता खोला जाना चाहिए. बैंक खाता 48 घंटे के भीतर आपके आधार नंबर से लिंक हो जाएगा. कृषि निदेशक विकास पाटिल ने सभी लंबित हितग्राहियों से बैंक खाते खुलवाने की अपील की है.