देश मे 124 लाख टन पर पहुंचा सोयाबीन का उत्पादन

देश मे 124 लाख टन पर पहुंचा सोयाबीन का उत्पादन – SOPA -The Soybean Processors Association of India

सोयाबीन बाजार : 124 लाख टन पहुंचा सोयाबीन उत्पादन; SOPA का बेहतर अनुमान देश में सोयाबीन की कीमतों (Soybean Rate) पर इस समय दबाव बना हुआ है. जैसा कि किसानों को मूल्य वृद्धि की उम्मीद है, सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SOPA) ने सोपानम सर्वेक्षण के आधार पर अपने सोयाबीन उत्पादन पूर्वानुमान को संशोधित किया है.

सोयाबीन रेट : देश में सोयाबीन की कीमतों (Soybean Rate) पर इस समय दबाव बना हुआ है. यहां तक ​​कि किसानों को कीमतों में बढ़ोतरी की उम्मीद है, लेकिन सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसओपीए) ने एक सर्वेक्षण के आधार पर सोयाबीन उत्पादन का संशोधित अनुमान 4 लाख टन बढ़ा दिया है.

2022 के शुष्क मौसम में देश में 12.4 लाख टन सोयाबीन का उत्पादन हुआ था. सोपा ने यह भी कहा कि किसानों के पास अभी भी बड़ी मात्रा में सोयाबीन का स्टॉक (Soybean Stock) है.

सोपा की टीम ने मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान का सर्वे किया। इन तीन राज्यों के 37 जिलों की मार्केट कमेटियों, किसानों, व्यापारियों, दलालों, सोयाबीन प्रोसेसर्स, गोदामों और स्टॉकिस्टों से जानकारियां जुटाई गईं.

22 मार्च से 3 अप्रैल के बीच किए गए इस सर्वे में 7,000 किमी के क्षेत्र को कवर किया गया. SOPA की टीम ने उत्पादन पूर्वानुमान प्रस्तुत करने के लिए सोयाबीन मूल्य श्रृंखला में कार्यरत सभी भागीदारों के साथ बातचीत की.

सोपा ने सर्वेंट से मिली जानकारी के आधार पर देश के उत्पादन का अनुमान बढ़ा दिया. प्रमुख सोयाबीन उत्पादक राज्यों में इस वर्ष उत्पादकता अच्छी रही. सोपा ने कहा कि उत्पादन का अनुमान बढ़ाया गया है.

इससे पहले देश में उत्पादकता 1 हजार 51 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर आंकी गई थी. लेकिन सोपान ने कहा कि हालिया सर्वे में उत्पादकता 1 हजार 84 किलोग्राम पर पहुंच गई है. सोपा ने कहा कि खरीप सीजन 2022 में देश में 12.4 लाख टन सोयाबीन का उत्पादन हुआ था.

इससे पहले SOPA के 120 लाख टन होने का अनुमान लगाया गया था. यानी संशोधित अनुमान में 4 लाख टन की बढ़ोतरी की गई है.

इस वर्ष भी मध्यप्रदेश सोयाबीन उत्पादन में अग्रणी है. सोपा ने कहा है कि इस साल मध्यप्रदेश में 54 लाख टन उत्पादन होगा. पहले अनुमान 53 लाख टन था. सोपान ने बताया कि मध्यप्रदेश में उत्पादकता 18 किलोग्राम बढ़कर 1 हजार 69 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर हो गई है.

हालांकि, इस साल उत्पादकता के मामले में महाराष्ट्र ने बाजी मारी। सोपा ने यह भी बताया कि महाराष्ट्र में उत्पादकता 54 किलो बढ़कर 1 हजार 134 किलो पर पहुंच गई है. महाराष्ट्र में सोयाबीन उत्पादन का अनुमान भी 66 हजार टन बढ़ा है. महाराष्ट्र इस साल 49 लाख 25 हजार टन उत्पादन करेगा.

इस वर्ष राजस्थान में उत्पादकता भी अच्छी रही. इससे उत्पादन 10 लाख 34 हजार टन पर पहुंच गया. सोपान ने कहा कि कर्नाटक, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, गुजरात और अन्य राज्यों में उत्पादन और उत्पादकता स्थिर है.

देश में सोयाबीन उत्पादन का अनुमान सरकार के अनुमान से थोड़ा अधिक है. सरकार ने इस साल 13.9 लाख टन सोयाबीन उत्पादन के दूसरे अनुमान की घोषणा की है.

सोपा के सर्वे में सामने आया कि देश में किसानों के पास अभी भी बड़ी मात्रा में सोयाबीन है. पिछले दो साल से सोयाबीन के अच्छे दाम मिले हैं. सोपा ने कहा कि इस साल भी किसानों ने सोयाबीन को पीछे रखा है. किसान इस साल सोयाबीन की कीमत 7,000 रुपये रहने की उम्मीद कर रहे हैं. वहीं सोपा ने यह भी कहा कि बाजार में इसकी वास्तविक कीमत 4 हजार 900 से 5 हजार 355 रुपये है.