निर्यात के लिये मक्के कि औसत किमत 22 हजार रुपये प्रति टन ?

निर्यात के लिये मक्के कि औसत किमत 22 हजार रुपये प्रति टन ?

Maize Market : मक्के के भाव कम होने के बावजुद देश से मक्के कि निर्यात कम !

Maize Bazarbhav : देश में मक्का के दाम फिलहाल कम हैं. हालांकि इसके बावजूद मक्का का निर्यात भी कम होता दिख रहा है.

Maize Rate Update : देश में मक्का के दाम फिलहाल कम हैं. हालांकि इसके बावजूद मक्का का निर्यात भी कम होता दिख रहा है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में अर्जेंटीना और ब्राजील में मक्के की कीमतों में कमी आई है.

पिछले एक महीने में देश में मक्का की कीमत में 15 डॉलर प्रति टन की कमी आई है. 1 अप्रैल से रेट में 15 फीसदी की कमी की गई थी. इस समय देश के कई हिस्सों में मक्के की कीमत औसतन 1,962 रुपये प्रति क्विंटल है.

रबी सीजन की मक्का की आवक बाजार में बढ़ रही है. इस समय देश में मक्का की कीमत गारंटीकृत कीमत से नीचे गिर गई है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में मक्का के भाव में भी नरमी आई है. इससे बाजार पर दबाव भी बढ़ा. देश में मक्का की कम कीमतों के बावजूद निर्यात में कमी आई है.

देश इस समय बाजार में रबी मक्का की आवक के दौर में है। यानी अभी देश में मक्का उपलब्ध है. लेकिन कोई मांग नहीं है. इसलिए रेट में नरमी आई है. भारतीय मक्का की मांग आंशिक रूप से दक्षिण पूर्व एशियाई देशों से आ रही है. लेकिन फिलहाल दूसरी तरफ से कोई डिमांड नहीं है. इससे रेट पर दबाव पड़ रहा है.

हालांकि अभी मक्के की मांग नहीं है, लेकिन भविष्य में मांग हो सकती है. अल नीनो कई देशों में मक्का के उत्पादन को कम कर सकता है. भारत में उत्पादन को लेकर संदेह जताया जा रहा है. इसलिए, कई विशेषज्ञ भविष्यवाणी कर रहे हैं कि भविष्य में मक्का बढ़ सकता है.

देश में मक्का की कीमत गारंटीकृत कीमत से नीचे गिरने के बाद कई प्रमुख व्यापारी मक्का का स्टॉक कर रहे हैं. सरकार ने इस साल मक्का के लिए 1,962 रुपये प्रति क्विंटल के औसत गारंटीकृत मूल्य की घोषणा की है. लेकिन वर्तमान में प्रसंस्करण उद्योगों और स्टार्च उद्योगों से मक्का 1800 रुपये में खरीदा जा रहा है.

जबकि पिछले सीजन में इसी अवधि में मक्के की कीमत औसतन 2 हजार 150 रुपए के बीच रही थी. सरकार का अनुमान है कि इस साल देश में मक्का का उत्पादन भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच जाएगा. सरकार ने इस साल 346 लाख टन उत्पादन अनुमान की घोषणा की. उद्योग के अनुसार, मक्का का उत्पादन 33 लाख टन पर स्थिर हो जाएगा. निर्यात के लिए मक्का की कीमतें भी वर्तमान में कम हैं.

दो महीने पहले निर्यात के लिए मक्के की औसत कीमत 22,000 रुपये प्रति टन प्रति क्विंटल थी. लेकिन अब मक्का 19 हजार रुपये मांगा जा रहा है. इससे इस साल भारत का मक्का निर्यात घटने की संभावना है.

पिछले सीजन में भारत ने 40 लाख टन मक्का का निर्यात किया था. अनुमान है कि इस साल मक्का का निर्यात 3.6 लाख टन पर स्थिर हो जाएगा. हालांकि इस साल भारत के मक्का निर्यात में गिरावट की उम्मीद है, लेकिन घरेलू पशु चारा उद्योग से अच्छी मांग है. इसके अलावा, भविष्य में अल नीनो का प्रभाव प्रभावित होने पर मक्का में और तेजी आ सकती है, ऐसा विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया है.